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19 Oct 2022 · 1 min read

खोखली आज़ादी

यहां नए दौर का
आगाज़ क्यों नहीं होता
इंसानी चेतना का
परवाज़ क्यों नहीं होता…
(१)
कितने सुधारक
आकर चले गए लेकिन
टस से मस यह
समाज क्यों नहीं होता…
(२)
दक़ियानूसी सोच
एक सर्वनाशी रोग है
अच्छी तरह इसका
इलाज़ क्यों नहीं होता…
(३)
जिस गांव में रहते हैं
आदिवासी और दलित
सारे दावों के बावजूद
आबाद क्यों नहीं होता…
(४)
अंग्रेज़ों के गए तो
एक अरसा हो चुका
यह देश फिर भी
आज़ाद क्यों नहीं होता…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#दलितउत्पीड़न #धार्मिककट्टरपंथ #औरत
#CommunalPolitics #नारीवाद
#जुल्म #देवदासी #Devdasi #lyricist
#SupremeCourt #feminism #दलित #आदिवासी #हक़ #ShyamSinghaRoy #South #कुरीति #JaiBhim #movie

Language: Hindi
Tag: ग़ज़ल, गीत
1 Like · 62 Views
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