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28 Jun 2016 · 1 min read

खामोश है ज़िंदगी

खामोश है ज़िंदगी ग़म का तूफ़ान है |
यादों से हलचल मन का आसमान है |

चाहत की निशाँ मिटायी नहीं है मैंने |
तेरे जाने से फ़िर भी ज़िंदगी वीरान है |

तन्हाई ही तन्हाई,लबों पे तेरा नाम ,
दिल को तेरी चाहत का अरमान है |

दर्दे ग़म छूपा के जी रहे है आजकल |
खामोश चेहरा में झूठी मुस्कान है |

कहते थे तेरा नाम भूला देंगे सनम |
ना भूला सके, तुमबिन परेशान है |

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