खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
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खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
धाम पे अपने काम करे नही बहाने उनके हजार हुए ।।
अजब गजब संसार यह देखा समझ नही हम कुछ पाए ।
जिन्हे जरूरत रही काम की कितने ही तो बेकार हुए ।।
राजेश व्यास अनुनय