Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2022 · 1 min read

कोटेशन ऑफ डॉ. सीमा

तनाव के हरेक पल को लेकर ।
विकास के शिखर पर
ऊँचाईयों के डगर पर I
मानवीय गुणों को खोकर।
किस के लिए।

Language: Hindi
101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
"माँ की छवि"
Ekta chitrangini
मंजिल
मंजिल
Soni Gupta
एतबार पर आया
एतबार पर आया
Dr. Sunita Singh
हम कहां तुम से
हम कहां तुम से
Dr fauzia Naseem shad
चुनावी चोचला
चुनावी चोचला
Shekhar Chandra Mitra
जिये
जिये
विजय कुमार नामदेव
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
Aryan Raj
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तन्हाईयाँ
तन्हाईयाँ
Shyam Sundar Subramanian
ताजा समाचार है?
ताजा समाचार है?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
5 हाइकु
5 हाइकु
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
■ हिप-हिप हुर्रे...
■ हिप-हिप हुर्रे...
*Author प्रणय प्रभात*
Kabhi kabhi har baat se fark padhta hai mujhe
Kabhi kabhi har baat se fark padhta hai mujhe
Roshni Prajapati
मम्मी की डांट फटकार
मम्मी की डांट फटकार
Ms.Ankit Halke jha
बुझी राख
बुझी राख
Vindhya Prakash Mishra
होली...
होली...
Aadarsh Dubey
पत्नी रुष्ट है
पत्नी रुष्ट है
Satish Srijan
अब तो आओ न
अब तो आओ न
Arti Bhadauria
बुद्ध धाम
बुद्ध धाम
Buddha Prakash
"आशा" के कवित्त"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कट रही हैं दिन तेरे बिन
कट रही हैं दिन तेरे बिन
Shakil Alam
दिल के टुकड़े
दिल के टुकड़े
Surinder blackpen
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
क्या है खूबी हमारी बता दो जरा,
क्या है खूबी हमारी बता दो जरा,
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
DrLakshman Jha Parimal
लहज़ा गुलाब सा है, बातें क़माल हैं
लहज़ा गुलाब सा है, बातें क़माल हैं
Dr. Rashmi Jha
Loading...