Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2023 · 1 min read

कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्

कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्वसनीयता बहुत कम रहती है.

@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार

52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
Rekha Drolia
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन।
विमला महरिया मौज
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
घट  (कुंडलिया)*
घट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रंगरेज कहां है
रंगरेज कहां है
Shiva Awasthi
बेटियाँ
बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
नकलची बच्चा
नकलची बच्चा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
विधाता का लेख
विधाता का लेख
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
बढ़े चलो ऐ नौजवान
बढ़े चलो ऐ नौजवान
नेताम आर सी
*,मकर संक्रांति*
*,मकर संक्रांति*
Shashi kala vyas
■ चिंतन...
■ चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-510💐
💐प्रेम कौतुक-510💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बुलन्दी शोहरत हो कितनी,
बुलन्दी शोहरत हो कितनी,
Satish Srijan
चंदू और बकरी चाँदनी
चंदू और बकरी चाँदनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जय माता दी 🙏
जय माता दी 🙏
Anil Mishra Prahari
है पत्रकारिता दिवस,
है पत्रकारिता दिवस,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
टुलिया........... (कहानी)
टुलिया........... (कहानी)
लालबहादुर चौरसिया 'लाल'
हाइकु
हाइकु
Prakash Chandra
जो तुम समझे ❤️
जो तुम समझे ❤️
Rohit yadav
यकीं मुझको नहीं
यकीं मुझको नहीं
Ranjana Verma
2245.
2245.
Dr.Khedu Bharti
स्त्री मन
स्त्री मन
Surinder blackpen
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
कवि दीपक बवेजा
सुन सको तो सुन लो
सुन सको तो सुन लो
Shekhar Chandra Mitra
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
चैतन्य
चैतन्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं
Ram Krishan Rastogi
वज्रमणि
वज्रमणि
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
Kavita Chouhan
Loading...