कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/b78b33925677b6306b51bb6b4614e01e_ca23d2f8a89c8328ce53c974a245ceec_600.jpg)
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
ये लम्हें मयस्सर कल फिर हो न हो।
उम्र बढ़ेगी बच्चे भी निकल पड़ेंगे कल की खोज में
कंपकपाते हाथों में हाथ कल हो न हो।
बूढ़ा शरीर फिर से एक दुजे का सहारा होगा
जाने तब फिर ये हालात हो न हो।