कुंडलिया छंद
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करिए जीवन में सदा, राम नाम का जाप ।
लोक-वेद मत है यही, मिटें सभी त्रय ताप ।
मिटें सभी त्रय ताप, डालतीं खुशियाँ डेरा।.
आए मंगल भोर, छँटे घनघोर अंधेरा।
चलें धर्म की राह, पाप-पथ पैर न धरिए।
मर्यादा के धाम, राम की पूजा करिए ।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय