Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2022 · 1 min read

*कानाफूसी (लघुकथा)*

*कानाफूसी (लघुकथा)*
________________________
कालोनी वालों में कानाफूसी शुरू हो गई। एक व्यक्ति साफ-सुथरे कपड़े पहनकर, नई झाड़ू हाथ में लेकर सड़क पर कूड़ा बुहार रहा था। देखते ही देखते कालोनी के आठ-दस लोग हाथों में झाडू लेकर उस व्यक्ति के पास आकर झाड़ू लगाने लगे। दो-तीन फोटोग्राफर भी आ गए। सबने झाड़ू लगाने की अदा में फोटो खिंचाए। वह व्यक्ति थोड़ा परेशान हुआ। बोला “आप मुझे झाड़ू क्यों लगाने नहीं दे रहे ? फोटो खिंचाना है, तो कहीं और जाइए। झाड़ू लगाना है, तो जरा हट के लगाइए।”
वे सब भौंचक्के होकर बोले “तो क्या तुम असलियत में झाड़ू लगाने आए हो? यानि तुम वो नहीं हो ?”
” मैं क्या नहीं हूँ ?”- कृपया समझाकर बतलाइए ।” व्यक्ति बोला।
“सॉरी सॉरी! गलती हो गई। हम गलत समय आ गए।” – – कहते हुए भीड़ छॅंट गई। सब चले गए। सड़क पर वह अकेला झाडू लगाने वाला बचा था।
—————————-
लेखक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
Tag: लघु कथा
59 Views

Books from Ravi Prakash

You may also like:
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
मनोज कर्ण
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
Sakhawat Jisan
■ काव्यात्मक व्यंग्य / एक था शेर.....!!
■ काव्यात्मक व्यंग्य / एक था शेर.....!!
*Author प्रणय प्रभात*
माता-पिता की जान है उसकी संतान
माता-पिता की जान है उसकी संतान
Umender kumar
The Little stars!
The Little stars!
Buddha Prakash
वो पल मेरे वापस लौटा दो मुझको
वो पल मेरे वापस लौटा दो मुझको
gurudeenverma198
जितना आवश्यक है बस उतना ही
जितना आवश्यक है बस उतना ही
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
💐प्रेम कौतुक-437💐
💐प्रेम कौतुक-437💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
होली के रंग
होली के रंग
Anju ( Ojhal )
सिंदूर की एक चुटकी
सिंदूर की एक चुटकी
डी. के. निवातिया
आस्तीक भाग -तीन
आस्तीक भाग -तीन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
AJAY AMITABH SUMAN
मैकदे को जाता हूँ,
मैकदे को जाता हूँ,
Satish Srijan
# पैगाम - ए - दिवाली .....
# पैगाम - ए - दिवाली .....
Chinta netam " मन "
संस्कारी नाति (#नेपाली_लघुकथा)
संस्कारी नाति (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
प्रणय 6
प्रणय 6
Ankita Patel
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
कवि दीपक बवेजा
मुस्कान हुई मौन
मुस्कान हुई मौन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चित्र गुप्त पूजा
चित्र गुप्त पूजा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
✍️कुछ ख्वाइशें और एक ख़्वाब...
✍️कुछ ख्वाइशें और एक ख़्वाब...
'अशांत' शेखर
Unki julfo ki ghata bhi  shadid takat rakhti h
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
Sakshi Tripathi
आम आदमी
आम आदमी
Shekhar Chandra Mitra
मधमक्खी
मधमक्खी
Dr Archana Gupta
मेरा परिचय
मेरा परिचय
radha preeti
मोदी जी
मोदी जी
Shivkumar Bilagrami
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Vandana Namdev
मौजीराम  (कुंडलिया)
मौजीराम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
दरमियां लफ़्ज़ों का
दरमियां लफ़्ज़ों का
Dr fauzia Naseem shad
नज़र आसार-ए-बारिश आ रहे हैं
नज़र आसार-ए-बारिश आ रहे हैं
Anis Shah
रोशन
रोशन
अंजनीत निज्जर
Loading...