Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2023 · 1 min read

कहानी :#सम्मान

#DailyWritingChallenge
आज का विषय :#सम्मान
विधा: कहानी

निशी और रोहित ने आज अपनी शादी की 10वीं सालगिरह की पार्टी बहुत ही नामी होटल में रखी थी।
दोस्तों के बीच दोनों की जोड़ी बहुत ही खूबसूरत और लाजबाब मानी जाती थी। सोलह श्रृंगार किए मांग मे सिंदूर सजाये निशी बहुत सुन्दर लग रही थी।
लेकिन बाहरी तौर पर लाजबाब दिखने वाली ये जोड़ी असलियत में किस वजह से अभी तक बनी और निभ रही थी ये कोई नहीं जानता था।
लेकिन उस दिन पार्टी में जो कुछ हुआ सबके सामने उस रिश्ते की सच्चाई आ गई।
रोहित शराब के नशे में जब अपनी पत्नी निशी पर किसी बात पर बहुत चिल्लाने लगा था, वहीं उसकी पत्नी निशी खामोशी से ये सब सुनती रही।
उस समय सभी ये तमाशा देख रहे थे,… एक के शब्दों ने जहाँ उच्च शिक्षित होने के वाबजूद उसकी(रोहित) मूर्खता और अशिष्टता का, तो दूसरे (निशी) की खामोशी ने उसकी शिक्षा में बुद्धिमता और अपने सिंदूर की गरिमा दिखाते शालीनता का परिचय दे दिया था।
रोहित ने अपने व्यवहार से सभी की नज़र में अपना सम्मान खो दिया था वहीं निशी ने सबकी दृष्टि में अपने लिए सम्मान पा लिया था ।

© उषा शर्मा
जामनगर (गुजरात)

Language: Hindi
44 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
ये आरजू फिर से दिल में जागी है
ये आरजू फिर से दिल में जागी है
shabina. Naaz
तानाशाहों की मौत
तानाशाहों की मौत
Shekhar Chandra Mitra
"जब शोहरत मिली तो"
Dr. Kishan tandon kranti
हसरतें
हसरतें
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Sakshi Tripathi
ईश्वर किसी को भीषण गर्मी में
ईश्वर किसी को भीषण गर्मी में
*Author प्रणय प्रभात*
कल कल करती बेकल नदियां
कल कल करती बेकल नदियां
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
Ram Krishan Rastogi
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट  हो गया है
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट हो गया है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"महंगा तजुर्बा सस्ता ना मिलै"
MSW Sunil SainiCENA
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
शब्द सारे ही लौट आए हैं
शब्द सारे ही लौट आए हैं
Ranjana Verma
हम
हम
Ankit Kumar
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
Adarsh Awasthi
भगवान कहाँ है तू?
भगवान कहाँ है तू?
Bodhisatva kastooriya
सागर की हिलोरे
सागर की हिलोरे
Satpallm1978 Chauhan
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
सूर्यकांत द्विवेदी
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
Rekha Drolia
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर,
डी. के. निवातिया
दिल से रिश्ते
दिल से रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
Mukul Koushik
श्रमिक  दिवस
श्रमिक दिवस
Satish Srijan
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
*आपको सब ज्ञान है यह, आपका अभिमान है 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*आपको सब ज्ञान है यह, आपका अभिमान है 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-185💐
💐प्रेम कौतुक-185💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम मिले थे जब, वो एक हसीन शाम थी
हम मिले थे जब, वो एक हसीन शाम थी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
जिंदगी एक ख़्वाब सी
जिंदगी एक ख़्वाब सी
डॉ. शिव लहरी
Loading...