Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2023 · 1 min read

कविता: सपना

कविता: सपना

~रात सपनों में आई वो,
~फूलों सी मुस्काई वो।
~पूछा जो हाल उसका,
~मुझसे थोड़ा शर्माई वो।।
रात सपनों में आई वो ….

~नैना बड़े कटीले उसके,
~बाल गोल घुंघरीले उसके।
~नाक उसकी हीरे जड़ी,
~होंठ जैसे गुलाब पंखुड़ी।
~कानों में सोने की बाली,
~गालों से मलाई वो।।
रात सपनों में आई वो …

~पास बैठी अहसास हुआ,
~जन्नत के मैं पास हुआ।
~मीठी बोली मैना जैसी,
~खुशियों की रैना जैसी।
~हाथ उसके आलेखन जैसे,
~जिनमें मेंहन्दी लगाई वो।।
रात सपनों में आई वो …

~रेशमी कपड़े मोती जड़े,
~जैसे पूर्णिमा में सितारे जड़े।
~जब चली वापिस मुड़कर,
~मोरनी सी आकाश में उड़कर।
~रोका बहुत पर ना रुकी,
~ना फिर लौटकर आई वो।।
रात सपनों में आई वो ….

~रात सपनों में आई वो,
~फूलों सी मुस्काई वो।
~पूछा जो हाल उसका,
~मुझसे थोड़ा शर्माई वो।।

नोट:- इत्तेफाक से मेरी पत्नी जी नाम भी सपना ही है।

6 Likes · 1 Comment · 84 Views
You may also like:
चलो एक दीप मानवता का।
चलो एक दीप मानवता का।
Taj Mohammad
💐प्रेम कौतुक-421💐
💐प्रेम कौतुक-421💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ सवाल
कुछ सवाल
manu sweta sweta
बंधन
बंधन
सूर्यकांत द्विवेदी
जिंदगी में किसी से अपनी तुलना मत करो
जिंदगी में किसी से अपनी तुलना मत करो
Swati
स्वप्न-साकार
स्वप्न-साकार
Prabhudayal Raniwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
सोनम राय
बेटी तो ऐसी ही होती है
बेटी तो ऐसी ही होती है
gurudeenverma198
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो...
dks.lhp
अपना अपना आवेश....
अपना अपना आवेश....
Ranjit Tiwari
इतनी उम्मीद
इतनी उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
■ लघु व्यंग्य-
■ लघु व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
श्वान प्रेम
श्वान प्रेम
Satish Srijan
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
subhash Rahat Barelvi
पिंजरा तोड़
पिंजरा तोड़
Shekhar Chandra Mitra
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
Buddha Prakash
तितलियाँ
तितलियाँ
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
नदिया रोये....
नदिया रोये....
Ashok deep
जिसके दिल से निकाले गए
जिसके दिल से निकाले गए
कवि दीपक बवेजा
मार्शल आर्ट
मार्शल आर्ट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कोशिशें अभी बाकी हैं।
कोशिशें अभी बाकी हैं।
Gouri tiwari
“ हमारा फेसबूक और हमरा टाइमलाइन ”
“ हमारा फेसबूक और हमरा टाइमलाइन ”
DrLakshman Jha Parimal
अपनापन
अपनापन
विजय कुमार अग्रवाल
Magical world ☆☆☆
Magical world ☆☆☆
ASHISH KUMAR SINGH
*और फिर बहुऍं घरों के कामकाज निभाऍंगी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*और फिर बहुऍं घरों के कामकाज निभाऍंगी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
एक प्यारी सी परी हमारी
एक प्यारी सी परी हमारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"एको देवः केशवो वा शिवो वा एकं मित्रं भूपतिर्वा यतिर्वा...
Mukul Koushik
यारी
यारी
अमरेश मिश्र 'सरल'
Loading...