Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2017 · 1 min read

,** कब कहा मैंने तुम्हें **

कब कहा मैंने तुम्हें जिंदगी रास्ता दे

कब कहा मैंने तुम्हें अपना वास्ता दे

रास्ते कुछ कहे अनकहे जाने अनजाने

कब कहा मैंने आकर मिल अपना वास्ता दे ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all

You may also like these posts

* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
मात
मात
लक्ष्मी सिंह
शहर और गाँव
शहर और गाँव
Sakhi
रक्षाबंधन का त्योहार
रक्षाबंधन का त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुझको आँखों में बसाने वाले
मुझको आँखों में बसाने वाले
Rajender Kumar Miraaj
समस्त वंदनीय, अभिनन्दनीय मातृशक्ति को अखंड सौभाग्य के प्रतीक
समस्त वंदनीय, अभिनन्दनीय मातृशक्ति को अखंड सौभाग्य के प्रतीक
*प्रणय प्रभात*
महाकुंभ
महाकुंभ
Dr Archana Gupta
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
sp47 खड़े थे खाई के/ सांसों का सफर
sp47 खड़े थे खाई के/ सांसों का सफर
Manoj Shrivastava
मेरी कमाई
मेरी कमाई
Madhavi Srivastava
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
क्योंँ छोड़कर गए हो!
क्योंँ छोड़कर गए हो!
दीपक झा रुद्रा
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
Shekhar Chandra Mitra
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
यह दुनिया
यह दुनिया
राकेश पाठक कठारा
Use your money to:
Use your money to:
पूर्वार्थ
पास आकर वो दूर जाता है।
पास आकर वो दूर जाता है।
Dr fauzia Naseem shad
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तेरा पागल दीवाना
तेरा पागल दीवाना
डॉ. एकान्त नेगी
गांवों के इन घरों को खोकर क्या पाया हमने,
गांवों के इन घरों को खोकर क्या पाया हमने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अम्बर में लटके शब्द
अम्बर में लटके शब्द
Kapil Kumar Gurjar
बहुत गहरी थी रात
बहुत गहरी थी रात
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कर ले प्यार
कर ले प्यार
Ashwani Kumar Jaiswal
लाडो ....
लाडो ....
sushil sarna
सजल
सजल
seema sharma
परिणाम से पहले
परिणाम से पहले
Kshma Urmila
अदम गोंडवी
अदम गोंडवी
Dr. Kishan tandon kranti
तलाशता हूँ उस
तलाशता हूँ उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ
Atul "Krishn"
4562.*पूर्णिका*
4562.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चलते चलते थक गए, अपने सबके पांव।
चलते चलते थक गए, अपने सबके पांव।
Suryakant Dwivedi
Loading...