Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2017 · 1 min read

,** कब कहा मैंने तुम्हें **

कब कहा मैंने तुम्हें जिंदगी रास्ता दे

कब कहा मैंने तुम्हें अपना वास्ता दे

रास्ते कुछ कहे अनकहे जाने अनजाने

कब कहा मैंने आकर मिल अपना वास्ता दे ।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
1 Like · 194 Views

Books from भूरचन्द जयपाल

You may also like:
डूबे हैं सर से पांव तक
डूबे हैं सर से पांव तक
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गुरु की पूछो ना जात!
गुरु की पूछो ना जात!
जय लगन कुमार हैप्पी
*यह ज़िन्दगी*
*यह ज़िन्दगी*
Dr Rajiv
कट रही हैं दिन तेरे बिन
कट रही हैं दिन तेरे बिन
Shakil Alam
शिव स्तुति
शिव स्तुति
Shivkumar Bilagrami
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ख़ामोशी से बातें करते है ।
ख़ामोशी से बातें करते है ।
Buddha Prakash
"पुष्प"एक आत्मकथा मेरी
Archana Shukla "Abhidha"
Writing Challenge- भाग्य (Luck)
Writing Challenge- भाग्य (Luck)
Sahityapedia
*कल्पवृक्ष (बाल कविता/कुंडलिया)*
*कल्पवृक्ष (बाल कविता/कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तब मैं कविता लिखता हूँ
तब मैं कविता लिखता हूँ
Satish Srijan
भारत का महान सम्राट अकबर नही महाराणा प्रताप थे
भारत का महान सम्राट अकबर नही महाराणा प्रताप थे
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
💐प्रेम कौतुक-253💐
💐प्रेम कौतुक-253💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक था वृक्ष
एक था वृक्ष
सूर्यकांत द्विवेदी
Chubhti hai bate es jamane ki
Chubhti hai bate es jamane ki
Sadhna Ojha
राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला निन्दाना(महम)
राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला निन्दाना(महम)
Satpallm1978 Chauhan
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ख्वाहिश
ख्वाहिश
अमरेश मिश्र 'सरल'
अनकहे अल्फाज़
अनकहे अल्फाज़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कहां छुपाऊं तुम्हें
कहां छुपाऊं तुम्हें
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आरजू
आरजू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमें अपनी
हमें अपनी
Dr fauzia Naseem shad
दिल जानता है दिल की व्यथा क्या है
दिल जानता है दिल की व्यथा क्या है
कवि दीपक बवेजा
जय हिन्द वाले
जय हिन्द वाले
Shekhar Chandra Mitra
अब वो किसी और से इश्क़ लड़ाती हैं
अब वो किसी और से इश्क़ लड़ाती हैं
Writer_ermkumar
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे।
जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे।
Manisha Manjari
सच्ची दीवाली
सच्ची दीवाली
rkchaudhary2012
Gone
Gone
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...