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15 Mar 2017 · 1 min read

उनकी अब्र सी नफरत

उनकी नफरत भी मुझे अब्र सी लगती है,
उनकी बेरुखी मुझे मीठा सब्र सी लगती है,
वो कितना भी छुपाये मुझसे अपना राज़ेदिल,
उनकी फ़िक्र मेरे लिए आज भी मुझे फर्ज सी लगती है,
उनको कैसे बतलाऊ अपना उदासी मिजाज,
उनके बिना मुझे अपनी ये जिंदगी कब्र सी लगती है,RASHMI SHUKLA

Language: Hindi
Tag: कविता
420 Views

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