Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2017 · 1 min read

इश्क़ के हँसते-रोते फ़साने बहुत देखे ….

इश्क के हँसते-रोते फ़साने बहुत देखे
इश्क में खुशी-गम के तराने बहुत देखे
अब तो उचाइयो पे जाने से भी डरते है
इश्क में टूटते अच्छे-अच्छे सितारे बहुत देखे।(अवनीश कुमार)

Language: Hindi
Tag: कविता
180 Views
You may also like:
हम
हम
Shriyansh Gupta
हम रंगों से सजे है
हम रंगों से सजे है
'अशांत' शेखर
*
*"काँच की चूड़ियाँ"* *रक्षाबन्धन* कहानी लेखक: राधाकिसन मूंदड़ा, सूरत।
radhakishan Mundhra
■ कैसे हो भरोसा?
■ कैसे हो भरोसा?
*Author प्रणय प्रभात*
तिरंगा
तिरंगा
Satish Srijan
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
'तिमिर पर ज्योति'🪔🪔
पंकज कुमार कर्ण
हमें हटानी है
हमें हटानी है
surenderpal vaidya
तेरी यादों की
तेरी यादों की
Dr fauzia Naseem shad
आई रे दिवाली रे
आई रे दिवाली रे
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
माँ की सीख (छोटी कहानी)
माँ की सीख (छोटी कहानी)
Ravi Prakash
हम स्वान नहीं इंसान हैं!
हम स्वान नहीं इंसान हैं!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
परम भगवदभक्त 'प्रहलाद महाराज'
परम भगवदभक्त 'प्रहलाद महाराज'
Pravesh Shinde
💐प्रेम कौतुक-479💐
💐प्रेम कौतुक-479💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पंचशील गीत
पंचशील गीत
Buddha Prakash
तनहा
तनहा
Rekha Drolia
वसंत बहार
वसंत बहार
Shyam Sundar Subramanian
कितनी खास हो तुम
कितनी खास हो तुम
सोनम राय
पाँव में छाले पड़े हैं....
पाँव में छाले पड़े हैं....
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल - राना लिधौरी
ग़ज़ल - राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यही इश्क़ तो नहीं
यही इश्क़ तो नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आह जो लब से निकलती....
आह जो लब से निकलती....
अश्क चिरैयाकोटी
शब्दों के अर्थ
शब्दों के अर्थ
सूर्यकांत द्विवेदी
शायर हुआ हूं मैं
शायर हुआ हूं मैं
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
गीत हरदम प्रेम का सदा गुनगुनाते रहें
गीत हरदम प्रेम का सदा गुनगुनाते रहें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
युवाको मानसिकता (नेपाली लघुकथा)
युवाको मानसिकता (नेपाली लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
महाशून्य
महाशून्य
Utkarsh Dubey “Kokil”
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
दुल्हन जब तुमको मैं, अपनी बनाऊंगा
gurudeenverma198
एक बर्बाद शायर
एक बर्बाद शायर
Shekhar Chandra Mitra
कभी जो रास्ते तलाशते थे घर की तरफ आने को, अब वही राहें घर से
कभी जो रास्ते तलाशते थे घर की तरफ आने को,...
Manisha Manjari
शुभारम्भ है
शुभारम्भ है
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...