आजमाइशों में खुद को क्यों डालते हो।
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आजमाइशों में खुद को क्यों डालते हो।
जिसके काबिल नही हो तुम उसको खुदासे क्यों मांगते हो।।
खुदकी ना देखते हो बस गिला करते हो।
गैरो की खातिर तुम हमेशा ही हमको जानें क्यों रुलाते हो।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
आजमाइशों में खुद को क्यों डालते हो।
जिसके काबिल नही हो तुम उसको खुदासे क्यों मांगते हो।।
खुदकी ना देखते हो बस गिला करते हो।
गैरो की खातिर तुम हमेशा ही हमको जानें क्यों रुलाते हो।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️