आखिरी मोहब्बत
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कभी तो तुम भी बहाने से बात करो ꫰
हमसे तुम मिलने की बात करो ꫰꫰
रखो हाथ यूँ ही अपने चेहरे पर ꫰
आँखों से ही अपने दिल की बात करो ꫰꫰
मुझसे तुम सुनो सारी शाएरी तुम्हारी ꫰
यार गले से लगा कर मोहब्बत की बात करो ꫰꫰
तुम-सा, सच्ची, हैं नहीं, खूबसूरत कोई ꫰
मुझसे तुम बस अपनी ही बात करो ꫰꫰
लो खा ली यार कसम भी अब खु़दा की ꫰
खु़दा से भी कहो, केे बस तुम्हारी ही बात करो ꫰꫰
केे अब अधूरा लगता हैं “जय” भी तुम बिन ꫰
हाँ तुम बस यूँ “अपनी” बात करो ꫰꫰
और लगता हैं ये आखिरी मोहब्बत हैं हमारी ꫰
उसके बाद, यार तुम, बस मरने की बात करो ꫰꫰