आंगन महक उठा
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आंगन महक उठा
घर भी चहक उठा
राखी के पवित्र बंधन पर
बहनों से नाता अटूट बंधा
बहाने आई लेकर दुआएं
प्यार समेटे रेशम के धागों में
आगे करो अपनी कलाई
बाबुल की बिटिया राखी लेकर आई।
आंगन महक उठा
घर भी चहक उठा
राखी के पवित्र बंधन पर
बहनों से नाता अटूट बंधा
बहाने आई लेकर दुआएं
प्यार समेटे रेशम के धागों में
आगे करो अपनी कलाई
बाबुल की बिटिया राखी लेकर आई।