Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2022 · 1 min read

अबला नारी

नारियों का शोषण ,
अभी भी नहीं थम रहा,
घर की देहलीज के अंदर,
कैद कर अस्तित्व को,
तन मन धन स्वभिमान ,
अबला को रौंद रहा,
नासमझ ये नर पिशाच,
कूटनीति बुन कर ,
जाल में बाँध कर,
ताकत का कर रहा गुमान,
प्रताड़ित करता जख्म दे कर,
दुर्दशा है नारी का अपमान,
घोर सामाजिक अपराध,
आँसू बहते खून की लाल धार,
अत्याचार व्यभिचार से टूट रही,
नहीं मिल रहा स्वतन्त्रता के पंख,
हर रूप में नारी से हो रहा भेद,
नर की मानसिकता में दरिंदगी है तेज़,
हैवानियत अंदर ही है बैठा,
जिस्म आबरू को भी है लूटा,
बन ना पाये कोई नारी शक्ति,
रिश्तों की बुनियाद से कमज़ोर किया,
किसी ने नहीं एहसास किया,
अपने ही घर में रो रही ,
दर्द को जो ढ़ो रही,
हकीकत में वहीं है जग की बुनियाद ।

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश ✍🏼✍🏼
मौदहा हमीरपुर।

5 Likes · 4 Comments · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Buddha Prakash

You may also like:
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
हरवंश हृदय
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
जय लगन कुमार हैप्पी
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्यार के लिए संघर्ष
प्यार के लिए संघर्ष
Shekhar Chandra Mitra
मरीचिका
मरीचिका
लक्ष्मी सिंह
दोहे... चापलूस
दोहे... चापलूस
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
उम्मीद
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
2268.
2268.
Dr.Khedu Bharti
"तवा और औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी को इतना मत करीब आने दो
किसी को इतना मत करीब आने दो
कवि दीपक बवेजा
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ ।
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ ।
Ashwini sharma
बस यूं ही कोई पुकार गया
बस यूं ही कोई पुकार गया
Satish Srijan
मेवाडी पगड़ी की गाथा
मेवाडी पगड़ी की गाथा
Anil chobisa
श्रोता के जूते
श्रोता के जूते
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
इस जग में हैं हम सब साथी
इस जग में हैं हम सब साथी
सूर्यकांत द्विवेदी
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
अध खिला कली तरुणाई  की गीत सुनाती है।
अध खिला कली तरुणाई की गीत सुनाती है।
Nanki Patre
*मेल मिलाप  (छोटी कहानी)*
*मेल मिलाप (छोटी कहानी)*
Ravi Prakash
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
Bodhisatva kastooriya
यकीन
यकीन
Sidhartha Mishra
गम्भीर हवाओं का रुख है
गम्भीर हवाओं का रुख है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।
Mukul Koushik
Sukun-ye jung chal rhi hai,
Sukun-ye jung chal rhi hai,
Sakshi Tripathi
Loading...