Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2023 · 1 min read

अनुभव के आधार पर, पहले थी पहचान

अनुभव के आधार पर, पहले थी पहचान
आज आय को देखकर, मिलता है सम्मान
मिलता है सम्मान , हुई दुनिया मायावी
नहीं देखते आयु,आज दौलत है हावी
कहे ‘अर्चना’ बात, पूजते हैं सब वैभव
एकाकी का दर्द, झेलता रहता अनुभव

17-02-2023
डॉअर्चना गुप्ता

1 Like · 583 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Dr Archana Gupta

You may also like:
डायरी भर गई
डायरी भर गई
Dr. Meenakshi Sharma
दोहा -स्वागत
दोहा -स्वागत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"झूठ और सच" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
"फूलों की तरह जीना है"
पंकज कुमार कर्ण
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Sakshi Tripathi
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
मूर्ख बनाकर काक को, कोयल परभृत नार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस क
कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस क
Seema Verma
हर सफ़र ज़िंदगी नहीं होता
हर सफ़र ज़िंदगी नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
दादा की मूँछ
दादा की मूँछ
Dr Nisha nandini Bhartiya
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
💐प्रेम कौतुक-506💐
💐प्रेम कौतुक-506💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता)
डॉ. शिव लहरी
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"अखाड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
बेवफा
बेवफा
RAKESH RAKESH
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
Ranjana Verma
बिल्ले राम
बिल्ले राम
Kanchan Khanna
अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं ,
अब जीत हार की मुझे कोई परवाह भी नहीं ,
गुप्तरत्न
■ कविता
■ कविता
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी के वास्ते
जिंदगी के वास्ते
Surinder blackpen
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
★आईने में वो शख्स★
★आईने में वो शख्स★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
I know people around me a very much jealous to me but I am h
I know people around me a very much jealous to me but I am h
Ankita Patel
भगतसिंह का आख़िरी खत
भगतसिंह का आख़िरी खत
Shekhar Chandra Mitra
दूषित न कर वसुंधरा को
दूषित न कर वसुंधरा को
goutam shaw
Loading...