Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2022 · 2 min read

रामायण आ रामचरित मानस मे मतभिन्नता -खीर वितरण

राजा दशरथ के रानी सभ के गर्म धारण के लेल खीर वितरण के संबंध मे रामायण आ रामचरित मानस मे मतभिन्नता हैय।

बाल्मीकि रामायण के अनुसार।

कौशल्यायै नरपति:पायसार्धं ददौ तदा।
अर्धादर्धं ददौ चापि सुमित्रायै नराधिप:।।२७ ।।

ऐसा कहकर नरेश ने उस समय उस खीर का आधा भाग महरानी कौशल्या को दे दिया। फिर बचे हुए आधे का आधा भाग रानी सुमित्रा को अर्पण किया।

कैकेय्ये चावशिष्टार्धं ददौ पुत्रार्थकारणात।
प्रददौ चावशिष्टार्धं पायसस्यमृतोपमम्।।२८।।
अनुचिन्त्य सुमित्रायै पुनरेव महामति:।
एवं तासां ददौ राजा भार्याणां पायसं पृथक्।।२९।।

उन दोनों को देने के बाद जितनी खीर बची रही,उसका आधा भाग तो उन्होंने पुत्र प्राप्ति के उद्देश्य से कैकेई को दे दिया। तत्पश्चात उस खीर का जो अवशिष्ट आधा भाग था,उस अमृतोपम भाग को महाबुद्धिमान नरेश ने कुछ सोच बिचारकर पुनः सुमित्रा को ही अर्पित कर दिया।इस प्रकार राजा ने अपनी सभी रानियों को अलग अलग खीर
बांट दी।

समझे के लेल –

खीर=१६आना(१रु)
कौशल्या- ८ आना
सुमित्रा -४ आना+२ आना=६आना
कैकेई-२ आना
कुल-१६आना

रामचरित मानस के अनुसार –

तबहिं रायं प्रिय नारी बोलाईं। कौशल्यादि तहां चलि आईं।
अर्द्ध भाग कौशल्यहि दींहा।उभय भाग आधे कर कींहा।

उसी समय राजा ने अपनी प्यारी पत्नियों को बुलाया। कौशल्या आदि सब रानियां वंहा चली आई। राजा ने पायस का आधा भाग कौशल्या को दिया और शेष आधे को दो भाग किये।

कैकेई कहं नृप सो दयऊ।रह्यो सो उभय भाग पुनि भयऊ
कौशल्या कैकेई हाथ धरि।दींह सुमित्रिहि मन प्रसन्न करि।

वह उनमें से एक भाग राजा ने कैकैयी को दिया
शेष जो बच रहा उसके फिर दो भाग हुए और राजा ने उनको कौशल्या ओर कैकेई के हाथ पर रखकर अर्थात उनकी अनुमति लेकर और इस प्रकार उनका मन प्रसन्न करके सुमित्रा को दिया।

समझे के लेल –

खीर -१६आना(१रु)
कौशल्या -८आना
कैकेई -४आना
सुमित्रा -२ आना+२आना=४ आना।
कुल-१६आना।

सभ रानी अपन अपन खीर के खैलन आ गर्भधारण कैलन।बाद मे कौशल्या राम के, कैकेई भरत के आ सुमित्रा लक्ष्मण आ शत्रुधन के जनम देलक।

अइ प्रकार खीर बांटे के प्रक्रिया मे रामायण आ रामचरित मानस मे मतभिन्नता हैय।

-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।

Language: Maithili
Tag: लेख
2 Likes · 672 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
अब बस बहुत हुआ हमारा इम्तिहान
अब बस बहुत हुआ हमारा इम्तिहान
ruby kumari
दीवाली
दीवाली
Mukesh Kumar Sonkar
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
शीर्षक - स्वप्न
शीर्षक - स्वप्न
Neeraj Agarwal
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
Buddha Prakash
गर्मी
गर्मी
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
चीरहरण
चीरहरण
Acharya Rama Nand Mandal
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
रंग भेद ना चाहिए विश्व शांति लाइए सम्मान सबका कीजिए
DrLakshman Jha Parimal
सादगी मशहूर है हमारी,
सादगी मशहूर है हमारी,
Vishal babu (vishu)
झुंड
झुंड
Rekha Drolia
बारिश की बूंदे
बारिश की बूंदे
Praveen Sain
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
Shashi Dhar Kumar
"सुने जो दिल की कहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
16. आग
16. आग
Rajeev Dutta
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
उम्र के इस पडाव
उम्र के इस पडाव
Bodhisatva kastooriya
लाख़ ज़ख्म हो दिल में,
लाख़ ज़ख्म हो दिल में,
पूर्वार्थ
हाथ में कलम और मन में ख्याल
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Sonu sugandh
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
2565.पूर्णिका
2565.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
■आज का #दोहा।।
■आज का #दोहा।।
*Author प्रणय प्रभात*
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
Ranjeet kumar patre
**** फागुन के दिन आ गईल ****
**** फागुन के दिन आ गईल ****
Chunnu Lal Gupta
यह कलयुग है
यह कलयुग है
gurudeenverma198
खूबसूरत चेहरे
खूबसूरत चेहरे
Prem Farrukhabadi
नारी
नारी
Dr Parveen Thakur
Loading...