Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2021 · 1 min read

बसंतोत्सव

???????????????
?❤️?
सभी देशवासियों को वसंतोत्सव की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
देखें मां शारदे के चरणों में समर्पित पंक्तियां
*********************************
आया मनभावन वसंत।
सहज खिला है दिग-दिगंत।।
सकल धरा के कण-कण में,
बसते हम सबके भगवंत ‌।।

पतझर पेड़ों पर हरियाली।
झूम रही है डाली डाली।।
अमुआ डारी बौर महकता,
मधुरिम गाती कोयल काली।‌

?अटल मुरादाबादी ?

Language: Hindi
1 Like · 459 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्रीराम किसको चाहिए..?
श्रीराम किसको चाहिए..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गुज़ारिश आसमां से है
गुज़ारिश आसमां से है
Sangeeta Beniwal
" मिलन की चाह "
DrLakshman Jha Parimal
नश्वर है मनुज फिर
नश्वर है मनुज फिर
Abhishek Kumar
*नहीं पूनम में मिलता, न अमावस रात काली में (मुक्तक) *
*नहीं पूनम में मिलता, न अमावस रात काली में (मुक्तक) *
Ravi Prakash
"एहसासों के दामन में तुम्हारी यादों की लाश पड़ी है,
Aman Kumar Holy
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
surenderpal vaidya
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
शव शरीर
शव शरीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शेखर सिंह
सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
Anil chobisa
" वो क़ैद के ज़माने "
Chunnu Lal Gupta
पागल बना दिया
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
बसंत आने पर क्या
बसंत आने पर क्या
Surinder blackpen
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
विजय कुमार नामदेव
मजदूर की अन्तर्व्यथा
मजदूर की अन्तर्व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#अच्छे_दिनों_के_लिए
#अच्छे_दिनों_के_लिए
*Author प्रणय प्रभात*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुकुमारी जो है जनकदुलारी है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दिल का कोई
दिल का कोई
Dr fauzia Naseem shad
2550.पूर्णिका
2550.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चाहत
चाहत
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आज के माहौल में
आज के माहौल में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Loading...