Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2016 · 1 min read

मुहब्बत दिल से होती है

मुहब्बत दिल से होती है खुदा की ये इबादत है
मुहब्बत से ही तो दिखती, ये दुनिया खूबसूरत है
मगर इंसान ये बिल्कुल,समझ पाया नहीं अब तक
मुहब्बत की लिखी होती विरह से क्यूँ इबारत है
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
1 Comment · 465 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
सपने सारे टूट चुके हैं ।
सपने सारे टूट चुके हैं ।
Arvind trivedi
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
फागुन
फागुन
Punam Pande
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वार्तालाप
वार्तालाप
Shyam Sundar Subramanian
3193.*पूर्णिका*
3193.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
झूठी हमदर्दियां
झूठी हमदर्दियां
Surinder blackpen
जब स्वयं के तन पर घाव ना हो, दर्द समझ नहीं आएगा।
जब स्वयं के तन पर घाव ना हो, दर्द समझ नहीं आएगा।
Manisha Manjari
सजि गेल अयोध्या धाम
सजि गेल अयोध्या धाम
मनोज कर्ण
*ऐसी हो दिवाली*
*ऐसी हो दिवाली*
Dushyant Kumar
हमसे बात ना करो।
हमसे बात ना करो।
Taj Mohammad
🙅लघु-कथा🙅
🙅लघु-कथा🙅
*Author प्रणय प्रभात*
विरान तो
विरान तो
rita Singh "Sarjana"
Safar : Classmates to Soulmates
Safar : Classmates to Soulmates
Prathmesh Yelne
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
डॉ. दीपक मेवाती
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन में कोई भी फैसला लें
जीवन में कोई भी फैसला लें
Dr fauzia Naseem shad
दान देने के पश्चात उसका गान  ,  दान की महत्ता को कम ही नहीं
दान देने के पश्चात उसका गान , दान की महत्ता को कम ही नहीं
Seema Verma
तुम गजल मेरी हो
तुम गजल मेरी हो
साहित्य गौरव
विनय
विनय
Kanchan Khanna
*दशरथनंदन सीतापति को, सौ-सौ बार प्रणाम है (मुक्तक)*
*दशरथनंदन सीतापति को, सौ-सौ बार प्रणाम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-379💐
💐प्रेम कौतुक-379💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
औरों की खुशी के लिए ।
औरों की खुशी के लिए ।
Buddha Prakash
तुम्हारे जाने के बाद...
तुम्हारे जाने के बाद...
Prem Farrukhabadi
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
Loading...