Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2016 · 1 min read

नज़र के पार पढ़ लेना

नज़र के पार पढ़ लेना
हमारा प्यार पढ़ लेना

कलेजा चीर देगी ये
कलम की धार पढ़ लेना

असंभव है सुनो जग में
सभी किरदार पढ़ लेना

मेरे हालात से ही तुम
समय की मार पढ़ लेना

नहीं होता सुनो काफी
कथा का सार पढ़ लेना

नज़र में ‘अर्चना ‘की तुम
लिखा आभार पढ़ लेना

डॉ अर्चना गुप्ता

1 Like · 1 Comment · 456 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
🙅बदली कहावत🙅
🙅बदली कहावत🙅
*Author प्रणय प्रभात*
उसको फिर उसका
उसको फिर उसका
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-444💐
💐प्रेम कौतुक-444💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जय भोलेनाथ
जय भोलेनाथ
Anil Mishra Prahari
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
Deepesh purohit
याद आते हैं वो
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
डरो नहीं, लड़ो
डरो नहीं, लड़ो
Shekhar Chandra Mitra
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
*हाथ में पिचकारियाँ हों, रंग और गुलाल हो (मुक्तक)*
*हाथ में पिचकारियाँ हों, रंग और गुलाल हो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
इश्क़
इश्क़
हिमांशु Kulshrestha
शहर में नकाबधारी
शहर में नकाबधारी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
उज्जयिनी (उज्जैन) नरेश चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य
उज्जयिनी (उज्जैन) नरेश चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य
Pravesh Shinde
*भरोसा हो तो*
*भरोसा हो तो*
नेताम आर सी
*दिल कहता है*
*दिल कहता है*
Kavita Chouhan
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
पापा की गुड़िया
पापा की गुड़िया
Dr Parveen Thakur
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
सुधार आगे के लिए परिवेश
सुधार आगे के लिए परिवेश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"चलना और रुकना"
Dr. Kishan tandon kranti
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
गंतव्य में पीछे मुड़े, अब हमें स्वीकार नहीं
Er.Navaneet R Shandily
रेत और जीवन एक समान हैं
रेत और जीवन एक समान हैं
राजेंद्र तिवारी
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...