Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2016 · 1 min read

ना हम ञिशूल तलवारें ना ही पिस्तौल वाले हैं

ना हम ञिशूल तलवारें ना ही पिस्तौल वाले हैं
अलग माहौल है अपना अलग माहौल वाले हैं
—–
फक़ीरी मैं फकीराना कोई अपना ना बेगाना
उलझयेगा नही हमसे कि हम कश्कोल वाले हैं
——
सभी हम जैसे सादा दिल नही रहते हैं बस्ती मैं
कईं चेहरे तो नकली हैं नक़ाबी खौल वाले हैं
—-

नासिर राव

2 Comments · 566 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
Arvind trivedi
अम्बे तेरा दर्शन
अम्बे तेरा दर्शन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🙅सनातन संस्कृति🙅
🙅सनातन संस्कृति🙅
*Author प्रणय प्रभात*
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
गीत।। रूमाल
गीत।। रूमाल
Shiva Awasthi
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
धर्म और विडम्बना
धर्म और विडम्बना
Mahender Singh
मौन संवाद
मौन संवाद
Ramswaroop Dinkar
जस गीत
जस गीत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं
माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं
Anand Kumar
पार्थगाथा
पार्थगाथा
Vivek saswat Shukla
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
संभव है कि किसी से प्रेम या फिर किसी से घृणा आप करते हों,पर
Paras Nath Jha
बालगीत - सर्दी आई
बालगीत - सर्दी आई
Kanchan Khanna
दर्द और जिंदगी
दर्द और जिंदगी
Rakesh Rastogi
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये काले बादलों से जैसे, आती रात क्या
ये काले बादलों से जैसे, आती रात क्या
Ravi Prakash
एक तेरे चले जाने से कितनी
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
भगवा है पहचान हमारी
भगवा है पहचान हमारी
Dr. Pratibha Mahi
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
दशहरा पर्व पर कुछ दोहे :
sushil sarna
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
कैसे कह दें?
कैसे कह दें?
Dr. Kishan tandon kranti
"सुनो एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
हर हर महादेव की गूंज है।
हर हर महादेव की गूंज है।
Neeraj Agarwal
ऊपर बने रिश्ते
ऊपर बने रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
2409.पूर्णिका
2409.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
श्रृंगारिक दोहे
श्रृंगारिक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...