Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2016 · 1 min read

तन्हाई अब कातिल हो गई है

ये तन्हाई अब कातिल हो गई
कि अब मेरे लिए मुश्किल हो गई है

तुम ख्वाबों में अब आते हो इतने
कि गमगीं दिल की महफ़िल हो गई है

तेरी दुरी की मज़बूरी भारी पड़े हैं
मगर छुट्टी मिलने की हासिल हो गई है

तेरी यादों में मैं टूटा तड़प कर
तेरी यादें भी संगदिल हो गई हैं

खुले आँखें तो अब रहो सामने तुम
बेसब्र आँखें तुम्हारे काबिल हो गई हैं

@आनंद बिहारी

1 Like · 9 Comments · 739 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मां चंद्रघंटा*
*मां चंद्रघंटा*
Shashi kala vyas
Nothing is easier in life than
Nothing is easier in life than "easy words"
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
Atul "Krishn"
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
राहत का गुरु योग / MUSAFIR BAITHA
राहत का गुरु योग / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
■ हर जगह मारा-मारी है जी अब। और कोई काम बचा नहीं बिना लागत क
■ हर जगह मारा-मारी है जी अब। और कोई काम बचा नहीं बिना लागत क
*Author प्रणय प्रभात*
सपनो में देखूं तुम्हें तो
सपनो में देखूं तुम्हें तो
Aditya Prakash
बंसत पचंमी
बंसत पचंमी
Ritu Asooja
आखिर क्यों
आखिर क्यों
DR ARUN KUMAR SHASTRI
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
सबला
सबला
Rajesh
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
Rj Anand Prajapati
"पत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
उत्कृष्टता
उत्कृष्टता
Paras Nath Jha
!! प्रार्थना !!
!! प्रार्थना !!
Chunnu Lal Gupta
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Shweta Soni
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
प्रेमदास वसु सुरेखा
श्री श्रीचैतन्य महाप्रभु
श्री श्रीचैतन्य महाप्रभु
Pravesh Shinde
दूर क्षितिज तक जाना है
दूर क्षितिज तक जाना है
Neerja Sharma
Mohabbat
Mohabbat
AMBAR KUMAR
2632.पूर्णिका
2632.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं शायर भी हूँ,
मैं शायर भी हूँ,
Dr. Man Mohan Krishna
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
Dr Archana Gupta
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले
Satyaveer vaishnav
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...