Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2017 · 1 min read

करनी और भरनी

आज पुराने घर के आँगन में अकेली निस्सहाय बैठी शगुन के हृदय में दुख का समंदर ठाठें मार रहा है,तूफानी लहरें उठ उठ कर दिल की दीवारों से टकरा लहूलुहान किए दे रही हैं। आज से ठीक दो महीने पहले वह पति का वार्षिक संस्कार करने के बाद पचहत्तर वर्षीय अपनी छोटी बहन के आग्रह पर उसके घर चली आई थी। दोनों बेटे मय परिवार शहर के संभ्रांत क्षेत्रों मे सलीके से सजे आलीशान घरों में रहते हैं,एक ने भी नहीं कहा कि माँ अब अकेली यहाँ गाँव में कैसे रहेगी मेरे साथ चल।फिर सोचा कोई बात नहीं बच्चे हैं,अब तो इन्हीं के साथ रहना है,कोई बेगाने तो हैं नहीं कि फार्मेलिटी करें।इन्हीं की बेहतरीन परवरिश के लिए तो सबसे झगड़ा कर किनारा कर लिया था।
बेटों को फोन लग ही नही पा रहा था,बहन का पति स्वयं ही गाड़ी में सामान रख शगुन को उसके बड़े बेटे के यहाँ छोड़ने चल पड़ा क्योंकि अगले दिन बहन व उसके पति दोनों को आवश्यक कार्यवश बाहर गाँव जाना था।
दरवाजे पर पहुँच घंटी बजाई,दरवाजा तो नहीं खुला पर अंदर से बेटे की आवाज आई ‘हमने कहा था ले जाने को ? छोड़ने चले आए!
जहाँ से ले गए थे वहीं छोड़ दो।
अब हम इन्हें सँभालें या अपने बच्चों का जीवन सँवारें…..
अपर्णा थपलियाल”रानू”
०५..०६.२०१७

Language: Hindi
361 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देश अनेक
देश अनेक
Santosh Shrivastava
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
Kanchan Khanna
2915.*पूर्णिका*
2915.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
Shubham Pandey (S P)
"तलाश में क्या है?"
Dr. Kishan tandon kranti
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
Aditya Prakash
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
VEDANTA PATEL
योग का एक विधान
योग का एक विधान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कुछ नींदों से ख़्वाब उड़ जाते हैं
कुछ नींदों से ख़्वाब उड़ जाते हैं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
दवा दारू में उनने, जमकर भ्रष्टाचार किया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-423💐
💐प्रेम कौतुक-423💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कत्ल करती उनकी गुफ्तगू
कत्ल करती उनकी गुफ्तगू
Surinder blackpen
*सीधे-सादे चलिए साहिब (हिंदी गजल)*
*सीधे-सादे चलिए साहिब (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
मैं उसी पल मर जाऊंगा
मैं उसी पल मर जाऊंगा
श्याम सिंह बिष्ट
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
पृष्ठों पर बांँध से
पृष्ठों पर बांँध से
Neelam Sharma
प्यार है तो सब है
प्यार है तो सब है
Shekhar Chandra Mitra
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
मेहनत का फल (शिक्षाप्रद कहानी)
AMRESH KUMAR VERMA
हिन्दी दोहा बिषय-चरित्र
हिन्दी दोहा बिषय-चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको
गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको
gurudeenverma198
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तुमने दिल का कहां
तुमने दिल का कहां
Dr fauzia Naseem shad
Loading...