Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2016 · 1 min read

इक रेशमी रुमाल

दीवाना कर गया मखमली सवाल आपका
था वो हक़ीक़त या फिर इक ख्याल आपका
********************************
ढूंढता रहा रात भर निशां तेरे ख्वाबों में मै
मिला सुबह रुख पे इक रेशमी रुमाल आपका
*********************************
कपिल कुमार
10/10/2016

Language: Hindi
1 Comment · 484 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
Dr. Alpana Suhasini
विषय सूची
विषय सूची
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
Surinder blackpen
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
कवि अनिल कुमार पँचोली
उत्थान राष्ट्र का
उत्थान राष्ट्र का
Er. Sanjay Shrivastava
" जिन्दगी क्या है "
Pushpraj Anant
भले नफ़रत हो पर हम प्यार का मौसम समझते हैं.
भले नफ़रत हो पर हम प्यार का मौसम समझते हैं.
Slok maurya "umang"
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
!! हे उमां सुनो !!
!! हे उमां सुनो !!
Chunnu Lal Gupta
गमों के साथ इस सफर में, मेरा जीना भी मुश्किल है
गमों के साथ इस सफर में, मेरा जीना भी मुश्किल है
Kumar lalit
सच समाज में प्रवासी है
सच समाज में प्रवासी है
Dr MusafiR BaithA
#संघ_शक्ति_कलियुगे
#संघ_शक्ति_कलियुगे
*Author प्रणय प्रभात*
ज्योति मौर्या बनाम आलोक मौर्या प्रकरण…
ज्योति मौर्या बनाम आलोक मौर्या प्रकरण…
Anand Kumar
बाल विवाह
बाल विवाह
Mamta Rani
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
Dr. Man Mohan Krishna
2534.पूर्णिका
2534.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"वक्त के पाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
धड़कन से धड़कन मिली,
धड़कन से धड़कन मिली,
sushil sarna
*मेरे पापा*
*मेरे पापा*
Shashi kala vyas
पत्नी की पहचान
पत्नी की पहचान
Pratibha Pandey
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
कवि दीपक बवेजा
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
दृष्टिबाधित भले हूँ
दृष्टिबाधित भले हूँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
Manisha Manjari
*कुछ रंग लगाओ जी, हमारे घर भी आओ जी (गीत)*
*कुछ रंग लगाओ जी, हमारे घर भी आओ जी (गीत)*
Ravi Prakash
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
Dr Shweta sood
Loading...