Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
राजेश बन्छोर
22 Followers
Follow
Report Content
29 Jan 2017 · 1 min read
“नन्हा फूल”
फूल खिलते रहेंगे
यह सोचकर खुश था मगर
दुख इस बात का, कि
रौंदी जा रही मासूम कलियाँ
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 601 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from राजेश बन्छोर
View all
उद्घोष
Rajesh Banchhor
You may also like:
ना वह हवा ना पानी है अब
VINOD CHAUHAN
2578.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
जीने का हौसला भी
Rashmi Sanjay
दुआ
Dr Parveen Thakur
, गुज़रा इक ज़माना
Surinder blackpen
Love yourself
आकांक्षा राय
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
अपने साथ तो सब अपना है
Dheerja Sharma
"ऐसा मंजर होगा"
पंकज कुमार कर्ण
Tahrir kar rhe mere in choto ko ,
Sakshi Tripathi
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
तेरी यादें
Neeraj Agarwal
हमें याद है ९ बजे रात के बाद एस .टी .डी. बूथ का मंजर ! लम्बी
DrLakshman Jha Parimal
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
बंगाल में जाकर जितनी बार दीदी,
शेखर सिंह
गीत गा लअ प्यार के
Shekhar Chandra Mitra
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को '
Dr fauzia Naseem shad
!! गुजर जायेंगे दुःख के पल !!
जगदीश लववंशी
हमारी संस्कृति में दशरथ तभी बूढ़े हो जाते हैं जब राम योग्य ह
Sanjay ' शून्य'
*कौन है ये अबोध बालक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आसान शब्द में समझिए, मेरे प्यार की कहानी।
पूर्वार्थ
■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्याव
*Author प्रणय प्रभात*
खुद ही खुद से इश्क कर, खुद ही खुद को जान।
विमला महरिया मौज
मैं "आदित्य" सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
Sukoon
वर्षा रानी⛈️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
💐Prodigy Love-46💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...