Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

Use your money to:

Use your money to:

– Look better (hygiene)
– Feel better (nutrition)
– Make more money (invest)

Use your time to:

– Look better (exercise)
– Feel better (meditate)
– Make more money (skills)

Focus on things that move the needle!

57 Views

You may also like these posts

Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Affection Couldn’t be Found In Shallow Spaces.
Manisha Manjari
जीवन चलने का नाम
जीवन चलने का नाम
शशि कांत श्रीवास्तव
अन-मने सूखे झाड़ से दिन.
अन-मने सूखे झाड़ से दिन.
sushil yadav
रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं ,
रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं ,
Shyam Sundar Subramanian
खुद को ढाल बनाये रखो
खुद को ढाल बनाये रखो
कार्तिक नितिन शर्मा
International Day Against Drug Abuse
International Day Against Drug Abuse
Tushar Jagawat
शीर्षक -नव वर्ष स्वागत
शीर्षक -नव वर्ष स्वागत
Sushma Singh
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
DrLakshman Jha Parimal
तेरा लहज़ा बदल गया इतने ही दिनों में ....
तेरा लहज़ा बदल गया इतने ही दिनों में ....
Keshav kishor Kumar
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
Dr Mukesh 'Aseemit'
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
VINOD CHAUHAN
*अच्छा नहीं लगता*
*अच्छा नहीं लगता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वच्छता अभियान
स्वच्छता अभियान
Neha
विवाह के वर्षगाँठ पर
विवाह के वर्षगाँठ पर
Shweta Soni
3618.💐 *पूर्णिका* 💐
3618.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
ज़ख्म मिले तितलियों से
ज़ख्म मिले तितलियों से
अरशद रसूल बदायूंनी
सीता ने हर ले गया रावण
सीता ने हर ले गया रावण
Baldev Chauhan
परित्यक्ता
परित्यक्ता
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
For those who carry their weight in silence, holding everyon
For those who carry their weight in silence, holding everyon
पूर्वार्थ
जो सृजन करता है वही विध्वंश भी कर सकता है, क्योंकि संभावना अ
जो सृजन करता है वही विध्वंश भी कर सकता है, क्योंकि संभावना अ
Ravikesh Jha
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"सौगात"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा,
ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा,
Kanchan verma
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
jogendar Singh
*छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)*
*छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)*
Ravi Prakash
Loading...