Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2022 · 1 min read

U.N.O

Connect the world!
Correct the world!!
Please, if you can
Protect the world!!
Shekhar Chandra Mitra
#peace #makelovenotwar
#love #Uno #russia #यूक्रेन

Language: English
Tag: Poem
266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी कविता
मेरी कविता
Raju Gajbhiye
कौन है वो ?
कौन है वो ?
Rachana
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
SATPAL CHAUHAN
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
मैंने देखा है
मैंने देखा है
Bindesh kumar jha
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
आज की नारी
आज की नारी
Shriyansh Gupta
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शेखर सिंह
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Mental health is not a luxury but a necessity .
Mental health is not a luxury but a necessity .
पूर्वार्थ
3761.💐 *पूर्णिका* 💐
3761.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ज़िद..
ज़िद..
हिमांशु Kulshrestha
आदाब दोस्तों,,,
आदाब दोस्तों,,,
Neelofar Khan
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
Rituraj shivem verma
जब तक आपका कामना है तब तक आप अहंकार में जी रहे हैं, चाहे आप
जब तक आपका कामना है तब तक आप अहंकार में जी रहे हैं, चाहे आप
Ravikesh Jha
दीवाली
दीवाली
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी हम भी
ज़िंदगी हम भी
Dr fauzia Naseem shad
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
शिक्षक उस मोम की तरह होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश
शिक्षक उस मोम की तरह होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश
Ranjeet kumar patre
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
Ravi Prakash
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
"बड़बोलापन यूं बना देख कोढ़ में खाज।
*प्रणय*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
झूठों की महफिल सजी,
झूठों की महफिल सजी,
sushil sarna
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
Nitesh Chauhan
Loading...