Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Mar 2024 · 1 min read

Them: Binge social media

Them: Binge social media
You: Self-education

Them: Weekend parties
You: Build businesses

Them: Work for money
You: Make money work for you

Them: Complain about inflation
You: Invest to make more money

You’ll get ahead of 99% of the people around you by being different.

104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
कवि रमेशराज
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मजदूर की मजबूरियाँ ,
मजदूर की मजबूरियाँ ,
sushil sarna
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
Character building
Character building
Shashi Mahajan
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
तुम्हीं मेरा रस्ता
तुम्हीं मेरा रस्ता
Monika Arora
क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम
क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम
Rakshita Bora
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
Shashi kala vyas
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
डॉ. शिव लहरी
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
Phool gufran
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
Manju sagar
प्रिय गुंजन,
प्रिय गुंजन,
पूर्वार्थ
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक " जिंदगी के मोड़ पर " : एक अध्ययन
Ravi Prakash
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
मित्रता चित्र देखकर नहीं
मित्रता चित्र देखकर नहीं
Sonam Puneet Dubey
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
विकास शुक्ल
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
Mamta Gupta
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
"यादों के स्पर्श"
Dr. Kishan tandon kranti
When winter hugs
When winter hugs
Bidyadhar Mantry
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सावन का महीना आया
सावन का महीना आया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
Loading...