नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
The Journey Of This Heartbeat.
ये जो लोग दावे करते हैं न
*बुरे फँसे सहायता लेकर 【हास्य व्यंग्य】*
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
लाया था क्या साथ जो, ले जाऊँगा संग
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)