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*प्रणय प्रभात*
व्यवहारिकता का दौर
पूर्वार्थ
एक दिन सूखे पत्तों की मानिंद
पूर्वार्थ
******* मनसीरत दोहावली-1 *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए
VINOD CHAUHAN
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
पूर्वार्थ
शांति चाहिये...? पर वो "READY MADE" नहीं मिलती "बनानी" पड़ती
पूर्वार्थ
बहुत खुश था
VINOD CHAUHAN
प्रेम कविता ||•
पूर्वार्थ
यूं ही नहीं कहते हैं इस ज़िंदगी को साज-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर
VINOD CHAUHAN
लोगो की नजर में हम पागल है
भरत कुमार सोलंकी
"खुद का उद्धार करने से पहले सामाजिक उद्धार की कल्पना करना नि
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
"घूंघट नारी की आजादी पर वह पहरा है जिसमे पुरुष खुद को सहज मह
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
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*प्रणय प्रभात*
"कमाल"
Dr. Kishan tandon kranti
"निशानी"
Dr. Kishan tandon kranti
"अजीब दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
"सफ़े"
Dr. Kishan tandon kranti
"मेरी कहानी"
Dr. Kishan tandon kranti
*खाना तंबाकू नहीं, कर लो प्रण यह आज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
करबो हरियर भुंईया
Mahetaru madhukar
"कैफियत"
Dr. Kishan tandon kranti
अंतिम क्षणों का संदेश
पूर्वार्थ
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
पूर्वार्थ
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
पूर्वार्थ
काबिल बने जो गाँव में
VINOD CHAUHAN
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
Meenakshi Masoom
"समय का भरोसा नहीं है इसलिए जब तक जिंदगी है तब तक उदारता, वि
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मिट्टी का खिलौना न जाने कब टूट जायेगा,
Anamika Tiwari 'annpurna '
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन
Pankaj Kushwaha
3521.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
"न्यायालय"
Dr. Kishan tandon kranti
जिस तरह
ओंकार मिश्र
मुझे मालूम हैं ये रिश्तों की लकीरें
VINOD CHAUHAN
बहुत झुका हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
जो बुजुर्ग कभी दरख्त सा साया हुआ करते थे
VINOD CHAUHAN
बड़ी मुद्दतों के बाद
VINOD CHAUHAN
मेरी उम्मीदों पर नाउम्मीदी का पर्दा न डाल
VINOD CHAUHAN
वो न जाने कहाँ तक मुझको आजमाएंगे
VINOD CHAUHAN
"उतावलेपन" और "बावलेपन" में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं होता। दोनों "द
*प्रणय प्रभात*
सत्ता
DrLakshman Jha Parimal
𑒂𑓀𑒑𑒳𑒩𑒹 𑒣𑒩 𑒪𑒼𑒏 𑒏𑒱𑒕𑒳 𑒑𑒱𑒢𑒪 𑒖𑒰 𑒮𑒏𑒻𑒞 𑒕𑒟𑒱
DrLakshman Jha Parimal
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
DrLakshman Jha Parimal