Posts Tag: Hindi Kavita 123 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 25 Nov 2025 · 1 min read बेटे की चिट्ठी यहां रात है अभी और दूर पहाड़ पर धूप खिली है चिट्ठी जो आई है उसके बेटे की तुम पूछते हो उस माँ के चेहरे पर क्यों मुस्कान खिली है।... Hindi · Hindi · Hindi Kavita · Poetry · कविता 2 2 328 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 12 Oct 2025 · 1 min read *टूटता तारा* है ये शाम आज सुहानी बहुत, आओ मिलकर तारों को देखते हैं, दिख जाए कहीं टूटता तारा, आओ उससे एक दूसरे को माँगते हैं। हवा में महक है तेरे आँचल... Hindi · Gazal · Hindi Kavita · Poetry · Viral Poetry · कविता 2 2 612 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 6 Oct 2025 · 2 min read गिरकर संभलना शर्म किस बात की है इसमें अगर गिर भी जाओ कभी मंज़िल की राह में उनसे तो बेहतर है, जो अपनी ज़िंदगी गुज़ार देते हैं बस मंज़िल की चाह में।... Hindi · Gazal · Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Poetry 5 1 607 Share Bindesh Kumar Jha 20 Aug 2025 · 1 min read फूल और बादल फूल बिना पानी के खिलने लगे हैं, लगता है बादलों से मिलने लगे हैं। बादलों से यह प्यार पल भर का है, गर्मी के सूखे दिन भूलने लगे हैं। पहाड़ों... Hindi · Bindesh Kumar Jha Poem · Hindi Kavita · कविता 95 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 17 Aug 2025 · 1 min read तेरा साथ हो जीवन में माना… दर्द बहुत है जीवन में… मगर, जब तू साथ हो… तो सच कहूं… मज़ा बहुत है जीवन में। तेरी एक मुस्कान… दिन को रोशन कर देती है, वरना… काली... Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Poetry · Viralpoetry 6 1 895 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 28 Jul 2025 · 2 min read चाँद की रोशनी चाँद की रोशनी की आदत हो जाए जिन्हें, सूरज की रोशनी में उनकी आँखें नहीं खुलती। रातों की खामोशी में जो बातें करते हैं, सुबह की भीड़ में उनकी ज़ुबाँ... Hindi · Hindi Kavita · Hindipoem · कविता · ग़ज़ल · गीत 10 3 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 3 Jul 2025 · 1 min read प्रलय की दस्तक तस्वीरें दास्तान ख़ुद बयान कर रही हैं, सपने ख़ाक हो रहे हैं, आशियाने उजड़ रहे हैं। प्रलय की दस्तक आज जहाँ भी हो रही है, ज़िन्दगी की नाव धीरे-धीरे डूब... Hindi · Best Hindi · Hindi Kavita · Poetry · Viral Poetry · कविता 5 2 788 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 13 Apr 2025 · 2 min read अब तेरी भी खैर नहीं बहुत सह लिया तुमने अबतक, अब रहने दो, अब और नहीं। उठाओ आवाज़, ग़लत का प्रतिकार करो, वरना अब तेरी भी खैर नहीं। जो चुप रहा, वो भी दोषी हुआ,... Hindi · Best Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poems · Hindi Poetry · कविता 3 1 748 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 2 Mar 2025 · 2 min read पतंग की डोर डोरी के बिना पतंग कुछ नहीं है, डोरी से ही तो वो हवा में उड़ती है। फिर न जाने क्यों लगता है उसे ऐसा, डोरी उसे और ऊंचा जाने से... Hindi Kavita · Hindi Poetry · Kavita · Poetry 2 1 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 23 Feb 2025 · 1 min read जीतना है हमको लहरों से खेलना नहीं, लहरों से सीखना है हमको आगे बढ़ते हुए थक भी जाए तो, फिर उठना है और आगे बढ़ना है हमको। समझो तुम जीवन को एक यात्रा... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Sahitya · Poetry · Viral Poetry · कविता 3 1 610 Share Page 1 Next