Posts Tag: Dardbharenagmein 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 10 Oct 2024 · 1 min read हवा भी कसमें खा–खा कर जफ़ायें कर ही जाती है....! हवा भी कसमें खा–खा कर, जफ़ायें कर ही जाती है चलाकर होश की आँधी, रतजगा कर ही जाती है रात–रात भर मलयज बहके मदिरा सिंचित पलकें ढ़लकें इंद्रजाल सम्मोहन बुनके... Hindi · Dardbharenagmein · Kunwarsarvendravikramsingh · Poetryoflove · Trending · हिंदीकविता 169 Share