Posts Tag: Chunnu Lal Gupta कविता 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Chunnu Lal Gupta 1 Jun 2023 · 1 min read !! रे, मन !! रे मन, थोड़ा धीर तु धर ग़म के बादल छंट जायेंगे अगर हुआ मायूस नहीं तो खोये, पल मिल जायेंगे जीवन में रसधार रही तो उत्सव हर रोज़ मनायेंगे शाखाओं... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 4 3 579 Share Chunnu Lal Gupta 29 May 2023 · 1 min read धरती को हम स्वर्ग बनायें धरती को हम स्वर्ग बनायें आओ मिलकर वृक्ष लगायें स्वच्छ धरा हो स्वच्छ वादियां स्वच्छ वायु हो स्वच्छ हो नदियां मिलजुल कर हम इन्हें सजायें आओ मिलकर वृक्ष लगायें स्वस्थ... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 2 1k Share Chunnu Lal Gupta 30 May 2023 · 1 min read !! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !! वन, बाग, बगीचे, फूलों में मस्ती, सावन के झूलों में रिमझिम बारिश की पानी में कल-कल सरिता की रवानी में मैं ढूंढ रहा हूँ मैं उसको ढूंढ रहा हूँ मठ,... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 2 471 Share Chunnu Lal Gupta 31 May 2023 · 1 min read कभी भूल से भी तुम आ जाओ हे, प्राण प्रिये, समझा जाओ कभी,भूल से भी तुम आ जाओ जगमग,जगमग उजियाला हो न कलुष हो, न मन काला हो तुम पीर भुलाकर वर्षों की कभी, प्रेम सुधा बरसा... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 2 678 Share Chunnu Lal Gupta 1 Jun 2023 · 1 min read !! कोई आप सा !! हलाहल विष का प्याला हो कोई उसको पीने वाला हो रोम-रोम में देश प्रेम रग-रग में उठती ज्वाला हो यह देश रहेगा अज़र-अमर कोई आप सा हिम्मत वाला हो खुश्बू... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 2 973 Share Chunnu Lal Gupta 2 Jun 2023 · 1 min read !! पलकें भीगो रहा हूँ !! फटे हुए ज़िगर को लम्हों से सी रहा हूँ कोई जा के उनसे कह दे, पलकें भीगो रहा हूँ तुफां -ए- इश्क ने दिल -ए- गुलशन को उजाड़ा है वीरान... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 2 382 Share Chunnu Lal Gupta 10 Jun 2023 · 1 min read !! घड़ी समर की !! घड़ी समर की सामने धरा को चुम वंद कर तरेरते जो,नयन देख पीट - पीट खण्ड कर हार को भी जीत में बदल-बदल अखण्ड कर सौम्य पथ को छोड़ दे... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 243 Share Chunnu Lal Gupta 28 May 2023 · 1 min read !! कोई आप सा !! हलाहल विष का प्याला हो कोई उसको पीने वाला हो रोम-रोम में देश प्रेम रग-रग में उठती ज्वाला हो यह देश रहेगा अज़र- अमर कोई आप सा हिम्मत वाला... Hindi · Chunnu Lal Gupta कविता 1 555 Share Chunnu Lal Gupta 8 Jun 2023 · 1 min read !! जलता हुआ चिराग़ हूँ !! जलता हुआ चिराग़ हूँ, यूं तो जमानें के लिए लोग जलाते हैं, अंधेरा मिटाने के लिए --- मंदिरों के ठौर, देखी हैं कुछ सच्चाईयाँ बोलते पत्थर नहीं, सच को बताने... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 700 Share Chunnu Lal Gupta 7 Jun 2023 · 1 min read !! जानें कितने !! (१) अम्न के राह में जाने रोड़े हैं कितने लोग अपनों में दुश्मन बटोरे हैं कितने ज़ुल्म सहने की"चुन्नू" कोई हद तो होगी नफ़रतों ने घर जाने तोड़े हैं कितने... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 783 Share Chunnu Lal Gupta 6 Jun 2023 · 1 min read !! निरीह !! 'उदण्ड' को दण्ड कहां वह फांद ज़ाल को जाते हैं अक्सर निरीह पशु पक्षी पड़ गफ़लत में फंस जाते हैं शिकार,शिकारी के वश हो निष्प्राण देंह हो जाते हैं सिंह,सियार,लकड़बग्घे... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 610 Share Chunnu Lal Gupta 4 Jun 2023 · 1 min read !! चमन का सिपाही !! कब तक रहेगी आज़ादी ये क़ायम जहां का सिपाही वतन बेचता हो ! "फर्ज़"है, जिनका चमन को बचाना सिंचना चमन को,चमन को सज़ाना चमन के ख़ुशी को चमन रौंदता हो... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 485 Share Chunnu Lal Gupta 3 Jun 2023 · 1 min read मिट्टी का बस एक दिया हूँ कण-कण को आलोकित करता संघर्षों का ज़हर पिया हूँ कीट, पतंगों से रण करता पल-पल ख़तरा मोल लिया हूँ * मिट्टी का बस एक दिया हूँ तमस मिटाने को इस... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 738 Share Chunnu Lal Gupta 2 Jun 2023 · 1 min read !! गुलशन के गुल !! तिरंगे फिज़ा में लहराने लगे देख गुलशन के गुल मुस्कुराने लगे मुस्कुराने लगे मुस्कुराने लगे देख गुलशन के गुल मुस्कुराने लगे ज़ुल्म गोरों का सदियों तक सहते रहे तीर शब्दों... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 2 682 Share Chunnu Lal Gupta 2 Jun 2023 · 1 min read मान बुजुर्गों की भी बातें मान बुजुर्गों की भी बातें ज़रा न तु मनमानी कर बुद्धु बना रहेगा कब तक थोड़ी अक्ल सयानी कर ! कड़वापन ज्यादा ठीक नहीं मीठी अपनी बानी कर रिश्तों चाहे... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 259 Share Chunnu Lal Gupta 2 Jun 2023 · 1 min read फुटपाथों पर लोग रहेंगे फुटपाथों पर लोग रहेंगे महलों में जब चोर रहेंगे इंकलाबी शोर रहेंगे क्रूर घटा घनघोर रहेंगे हर, जन तब तक दुखी रहेगा घुट जामों की जमी रहेगी अपनों से जब... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 286 Share Chunnu Lal Gupta 1 Jun 2023 · 1 min read !! मुरली की चाह !! वृंदावन वन की गली-गली में तेरे ही गुण गाऊं कर-जोड़ विनती हे"श्याम" तेरे अधरों से दूर न जाऊं डूब तेरे अधरों के रस में रस से भर-भर जाऊं अधरों के... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 532 Share Chunnu Lal Gupta 31 May 2023 · 1 min read !! ख़ुद को खूब निरेख !! उठ प्रभात में, सुर्य प्रकाश में ख़ुद को खूब निरेख खड़ा सामने हो, दर्पण के उलट,पलट कर देख तुझ सा कोई दनुज नहीं सम्पूर्ण धरा पर एक - ख़ुद को.......................... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 211 Share Chunnu Lal Gupta 30 May 2023 · 1 min read काले काले बादल आयें घटा मेघ नभ में हैं छाये काले-काले बादल आये बिजली चमकी बादल गरज़ा आँधी आई पानी बरसा भींग तरुवर ख़ुशी मनायें काले- काले बादल आये छपक छपक के दौड़ लगाते... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 711 Share Chunnu Lal Gupta 30 May 2023 · 1 min read !! फूलों की व्यथा !! "फूलों" ने अपनी व्यथा सुनाई सुन व्यथा मेरी आँखें भर आई * उन्होने कहा चिड़ियों को चहकना फ़िजा को महकना भौरों को गुनगुनाना कड़ी धूप में खिलखिलाना अज़नवीयों से... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 398 Share Chunnu Lal Gupta 29 May 2023 · 1 min read !! फूलों सा कोमल बनकर !! फूलों सा कोमल बनकर जीवन को, महकाना तुम सुगंध धरा पर फैलाकर सारे जग में छा जाना तुम रूठ गए जो अपने कभी तो हंसी-ख़ुशी मिल जाना तुम जीवन चाहे,... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 531 Share Chunnu Lal Gupta 29 May 2023 · 1 min read !! चहक़ सको तो !! चहक़ सको तो चहको इतना गीत ग़ज़ल पर बात नई हो "अम्बर" को, छूने से पहले क़दमों की शुरुआत नई हो महक बिखेरो जग में इतना ख़ुश्बू की बरसात नई... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 439 Share Chunnu Lal Gupta 3 Jun 2023 · 1 min read !! एक चिरईया !! दूर देश से एक चिरईया मेरे छत्त पर आती है आँखों में पानी भर-भर कर अपनी व्यथा सुनाती है पटे पड़े हैं ताल तलैया कैसे प्यास बुझाऊँ मैं छोटे-छोटे पंख... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 296 Share Chunnu Lal Gupta 4 Jun 2023 · 1 min read !! फूल चुनने वाले भी !! बारिश से शाय़द बच जाता मैं भीगा हूँ, टूटे छातों से गैरों की क्या बात करूं अपनें ही खेल रहे जज़्बातों से हृदय हुआ छ्लनी सा है, जीवन के लगते... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 239 Share Chunnu Lal Gupta 7 Jun 2023 · 1 min read !! दो अश्क़ !! ज़श्न -ए- आज़ादी के मौके पर,आज़ तराना गायेंगे वतन पे जो कुर्बान हुए हैं, याद सभी को आयेंगे आंखों में आंसू होंगे और लम्हें याद वो आयेंगे छाती पर क्या... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 473 Share