Tag: Book 2
124
posts
बेशक नहीं आता मुझे मागने का
shabina. Naaz
रखो शीशे की तरह दिल साफ़….ताकी
shabina. Naaz
दुनिया भी तो पुल-e सरात है
shabina. Naaz
आज तो ठान लिया है
shabina. Naaz
क्यूँ ना करूँ शुक्र खुदा का
shabina. Naaz
सुनो . . जाना
shabina. Naaz
माना के गुनाहगार बहुत हू
shabina. Naaz
बेशक खताये बहुत है
shabina. Naaz
ये आरजू फिर से दिल में जागी है
shabina. Naaz
मत बुझा मुहब्बत के दिए जलने दे
shabina. Naaz
अब इस मुकाम पर आकर
shabina. Naaz
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
shabina. Naaz
रंगों की दुनिया में सब से
shabina. Naaz
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
बंधे धागे प्रेम के तो
shabina. Naaz
जब चांद चमक रहा था मेरे घर के सामने
shabina. Naaz
फूलों की तरह मुस्कराते रहिए जनाब
shabina. Naaz
नफरते का दौर . .में
shabina. Naaz
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
किरदार अगर रौशन है तो
shabina. Naaz
जो ना होना था
shabina. Naaz
हम मुहब्बत कर रहे थे
shabina. Naaz
किसी पर हक हो ना हो
shabina. Naaz
आंसू
shabina. Naaz