Posts Tag: Ashantlekhani 106 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे भीतर का बच्चा अच्छा होता यदि मेरे भीतर का ये मासूम बच्चा कभी बड़ा ना होता कुछ नादानीयाँ और शरारते करता बड़ो जैसी गहरी साजिशें तो ना करता …………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 16/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 361 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी और किस्मत जिंदगी यूँही किस्मत से नहीं चलती है जनाब.. वर्ना चौराहे की लॉटरी होटल ताज में बिकती.. ……………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 16/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 2 188 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे जिंदगी का कैनवास... उसकी बातों पर यकीन था उसने कहाँ 'ये जिंदगी बड़ी ही रंगीन है'। मैंने अपने जिंदगी के कोरे 'कैनवास' पे इंद्रधनु के सारे रंग उँडेल दिये... हरा,लाल,पिला, गुलाबी,जामुनी,निला ओर भी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 441 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️लकीरे हम खुद कितने झूठे उम्मीदों पे जीते है ‘बंद मुठ्ठी लाख की’ यही बात कहते है जब भी मुठ्ठी खुली तो खाली लकीरे थी और इन लकीरों को हम तक़दीर... Hindi · Ashantlekhani · शेर 1 2 126 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️आज जमी तो कल आसमाँ हूँ मैं जो पहले था अब भी मैं वही हूँ आप मुझसे मैं आप से अंजान हूँ आप जो थे पहले,आप वो नहीं है आपके बदले तेवर से मैं नादान हूँ... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 1 2 145 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read कौन बुरा..? कौन अच्छा...? महापंडित महापराक्रमी उस रावण की सदा बुराइयां जलाते आये है यहाँ के अज्ञानी और कायर लोग राम के अच्छाइयो का चोला पहनकर.. 'घर का भेदी लंका ढहाये' ये कहावत भी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 243 Share Previous Page 3