Posts Tag: ग़ज़ल 2 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ज़ैद बलियावी 25 Aug 2023 · 1 min read दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए, दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए, आप है की मुझको आज़माते चले गए.. हमने तेरे इश्क़ में क्या कुछ नहीं किया, दामन आप है की मुझसे छुड़ाते चले गए..... Hindi · Zaid Baliyavi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 · ज़ैद बलियावी · शायरी 2 1 498 Share Dr Archana Gupta 21 Nov 2022 · 1 min read तुमसे बिछड़ के दिल को ठिकाना नहीं मिला तुमसे बिछड़ के दिल को ठिकाना नहीं मिला फिर प्यार का हसीं वो ज़माना नहीं मिला यूँ ज़िन्दगी में लोग तो मिलते रहे बहुत पागल बना दे ऐसा दिवाना नहीं... Hindi · ग़ज़ल 2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 401 Share Dr Archana Gupta 21 Nov 2022 · 1 min read चाँदनी में नहाती रही रात भर चाँदनी में नहाती रही रात भर तारों में घर बनाती रही रात भर नींद के गाँव में प्यार की छाँव में ख़्वाब अपने सजाती रही रात भर चाँद की रोशनी... Hindi · ग़ज़ल 2 · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 296 Share Dr Archana Gupta 21 Jul 2022 · 1 min read जैसे चलती है रहगुज़र तन्हा जैसे चलती है रहगुज़र तन्हा ज़िन्दगी का है ये सफ़र तन्हा जीते जी मर ही जायेंगे हम तो छोड़ तुमने दिया अगर तन्हा जिसको आना था वो नहीं आया कर... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 1 1 323 Share Dr Archana Gupta 21 Jul 2022 · 1 min read रोका क़दम क़दम पे था हालात ने मुझे रोका क़दम क़दम पे था हालात ने मुझे चलना सिखाया पर मेरी औक़ात ने मुझे सीली हुई हैं मेरी तो यादें भी आज तक इतना रुलाया है तेरी हर बात... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 1 1 300 Share Dr Archana Gupta 21 Jul 2022 · 1 min read हम भला ज़िक़्रे-शान क्या करते हम भला ज़िक़्रे-शान क्या करते उम्र की है ढलान क्या करते असली-नकली ही जब समझ न सके खोल कर भी दुकान क्या करते ज़ख़्म का सिलसिला तो जारी था फिर... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 2 2 312 Share Dr Archana Gupta 21 Jul 2022 · 1 min read आइना तुझको जब न भायेगा आइना तुझको जब न भायेगा उम्र का दौर वो भी आयेगा तीर अँधेरे में जो चलाएगा चूक उसका निशाना जाएगा तेरा दुश्मन नहीं है और कोई तेरा गुस्सा तुझे मिटायेगा... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 1 1 519 Share Dr Archana Gupta 18 Jul 2022 · 1 min read माना ये हमें बात को कहना नही आया माना कि हमें बात को कहना नही आया तुमको भी इशारों को समझना नहीं आया तुम भी तो हमें छोड़ के जा पाए न अब तक हमको भी तम्हारे बिना... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 2 1 327 Share Dr Archana Gupta 4 Feb 2021 · 1 min read 'अर्चना' वरना लौट आते हम बात पर अपनी अड़ न जाते हम तो समझ भी न तुमको पाते हम बात रख लेते तुम अगर अपनी तो कसम अपनी भी निभाते हम रखते अहसान तो नहीं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 4 3 824 Share Dr Archana Gupta 29 Nov 2020 · 1 min read धूप रँग बदलती हुई मौसमी धूप है चुभ रही है कहीं भा रही धूप है रूपसी है धरा जगमगाता गगन भोर की खिल रही मखमली धूप है थी सुनहरी चमक पीली... Hindi · ग़ज़ल 2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 444 Share