Posts Tag: हिंदी मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Thakur 14 Jul 2024 · 1 min read झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं गिरते पत्ते शजर के आंँसू हैं है अलग ढंग सब के रोने का ओस क्या है सहर के आंँसू हैं संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · अश्क शायरी · आंसू शायरी · संदीप ठाकुर शायरी · हिंदी मुक्तक 155 Share