*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काऍं होली में 【 हिंदी गजल/ गीत
*सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काएँ होली में 【 हिंदी गजल/ गीतिका】* ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ (1) सूरत चाहे जैसी भी हो, पर मुस्काएँ होली में थोड़ा हँसकर साहिब ! अच्छा, पोज...
Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · वसंत · हास्य गीतिका