Posts Tag: हंसगति छंद 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 2 173 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 141 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jan 2024 · 1 min read कुसुमित जग की डार... हंसगति छन्द... 1- गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। 2- ये हैं गण के... Poetry Writing Challenge-2 · हंसगति छंद 2 199 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति धेनु चराएँ श्याम, बजाएँ वंशी। बस गोकुल के ग्राम, हो चंद्र-अंशी। देते जग - संदेश, करो गौ सेवा। सभी मिटेंगे क्लेश, मिलेगी मेवा। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 3 355 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 339 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Sep 2023 · 1 min read बेटी दिवस पर बेटी दिवस पर तुम्हीं हमारी शान, मान हो बिटिया। हम सबका अरमान, जान हो बिटिया। बिटिया तुम पर नाज, हमें है भारी। महक उठी है आज, खिली फुलवारी। © सीमा... Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 161 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति कुसुमित जग की डार, फले अरु फूले। आशा पंख पसार, उड़े नभ छू ले। सुखद सँदेशे रोज, चले घर आएँ। बरसें सुख के मेघ, खुशी सब पाएँ। © सीमा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · हंसगति छंद 4 327 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति आया भादो माह, अहा अति पावन। झुकि-झुकि बरसें मेघ, सरस मनभावन। बरस रहे घनश्याम, बिजुरिया चमके। हो प्रमुदित मन-मोर, नाचता जम के। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 195 Share लक्ष्मी सिंह 8 Feb 2021 · 1 min read नशा आधार छंद -हंसगति(मापनीमुक्त मात्रिक) विधान:-कुल 20 मात्राएँ 11,9 पर यति अंत में वाचिक गुरु तथा त्रिकल यति त्रिकल अनिवार्य दिया नशे में झोंक, गवाया जीवन। मैकश में दिन रात,बिताया जीवन।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हंसगति छंद 1 227 Share लक्ष्मी सिंह 7 Feb 2021 · 1 min read आया है ऋतुराज, आधार छंद -हंसगति(मापनीमुक्त मात्रिक) विधान:-कुल 20 मात्राएँ 11,9 पर यति अंत में वाचिक गुरु तथा त्रिकल यति त्रिकल अनिवार्य बदल रहा भूगोल ,धरा का देखो। है शोभा अनमोल,धरा का देखो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बसंत · हंसगति छंद 1 2 401 Share