Posts Tag: स्त्री 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dheerja Sharma 11 Jun 2023 · 1 min read अब अग्नि परीक्षा न होगी कलियुग की नारी ने ठाना वो अग्नि परीक्षा न देगी। स्वाभिमान की खातिर अब वो अपने वर को त्यज देगी। नर राम कहो कब बन पाया? मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाया ?... Hindi · अग्निपरीक्षा · कविता · स्त्री 1 1 288 Share ऋचा पाठक पंत 15 Jun 2023 · 2 min read स्वयंसिद्धा ओ! खंडित - विखंडित स्त्रियों! उठो, अपना निर्माण करो! ओ! भग्न-हृदयाओं, मत विधाता की सृष्टि का अपमान करो। तुममें शक्ति है स्वयं विखंडित होकर भी अन्य को संबल प्रदान करो।... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति · स्त्री · स्वयंसिद्धा 2 161 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read स्त्री स्त्री वह अद्भुत शक्ति है जिससे रचित है यह सृष्टि यह समाज यह धरा यह आकाश सब तो स्त्री से ही उत्पन्न हैं स्त्री ही तो सृष्टि की प्राण है... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · संसार · स्त्री 148 Share Mamta Singh Devaa 2 Feb 2024 · 1 min read मुराद मेरा भी मन करता है कि मैं ऑफिस जाऊं , कोई मेरे लिए टिफिन बनाए और मैं स्वाद लेकर खाऊं , मेरे पीछे भी कोई दरवाज़े तक दौड़ा आए ,... Poetry Writing Challenge-2 · ऑफिस · जनम · पुरुष · मुराद · स्त्री 97 Share Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read बेड़ियाँ अपेक्षायें, कुछ इच्छाएं कामनायें और सपने सताते हैं जब क़दम बढ़ाते ही मान्यताओं के गड्ढे आ जाते हैं उठते हुए पांव रोक दिये जाते हैं परम्पराओं की रस्सी से बाँधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बन्धन · बेड़ियां · सनातन परम्पराएं · स्त्री 1 95 Share Mukesh Kumar Sonkar 17 Feb 2024 · 1 min read मैं नारी हूं "मैं नारी हूं" पुरुषों के समाज में अबला कहलाने वाली बेचारी हूं, सब कुछ सहकर चुपचाप आंसू बहाने वाली मैं नारी हूं। पुरुष को जन्म देने से मरण तक देती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नारी का दर्द · नारी व्यथा · नारी शक्ति · स्त्री 1 95 Share Mukesh Kumar Sonkar 18 Feb 2024 · 1 min read बेटियां "बेटियां" बुढ़ापे का सहारा अगर बेटा है तो मां बाप का सम्मान है बेटियां। बेटा भले पराया कर दे लेकिन मां बाप का ध्यान रखती हैं बेटियां। आजकल की बेटियां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नारी कविता · नारी शक्ति · बेटियां · स्त्री 1 74 Share Juhi Grover 19 May 2024 · 2 min read स्त्री का तो बस चरित्र ही नहीं ऐसे भी लोग होते हैं, अपनी माँ को देख कर भी, दूसरों की बहनों का सम्मान नहीं करते, बस अपनी बहन की कीमत जानते हैं, दूसरों का तो बस चरित्र... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · चरित्र · मानसिकता · राजनीति · स्त्री 1 21 Share