Posts Tag: समाज पर कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 30 Apr 2024 · 1 min read *बेहतर समाज* जनजन अब यूँ अनुशासित हो शिक्षा, संस्कार सर्व ज्ञापित हो नव परिवेश, भविष्य सजायें आओ समाज बेहतर बनायें। दया,नेह, सम्मान सिखलायें सब को सदमार्ग दिखलायें जागे इक उज्जवल आशा बदले... Hindi · समाज पर कविता · सहित्यपिडिया · हिंदी कविता 1 93 Share