गौरी सुत नंदन
इनके सब सम्मानित भक्तजनों को, पुराणों में मिल जाता वर्णन। एक उज्ज्वल छवि प्रत्यक्ष आती है, जब देखते हैं धर्म का दर्पण। इनका चरित्र यों महकता है, ज्यों उपवन में...
Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · धार्मिक वर्णन · पिता का क्रोध · माता का ममत्त्व · संतान का कर्त्तव्य