Posts Tag: श्री गीता अध्याय द्वितीय 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Meera parihar 16 May 2023 · 4 min read श्री गीता अध्याय द्वितीय अश्रु भरे व्याकुल नयन, हृदय देख व्यग्र अर्जुन का। निवारणार्थ शोकातिरेक, कृष्ण बोले वचन नीति का।। इस असमय किस हेतु पार्थ, तू मोह को प्राप्त हुआ है। है नहीं श्रेष्ठ... Poetry Writing Challenge · कविता · श्री गीता अध्याय द्वितीय 84 Share