Posts Tag: श्रम 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2021 · 1 min read करोगे श्रम मनुज जितना आधार छंद-विधाता 1222 1222 ,1222 1222 करोगे श्रम मनुज जितना, बदन पाशान होता है । मिलेगी मुश्किलें जितनी,मगज में जान होता है। उन्हीं को मंजिलें मिलती,रगों में जो जुनूँ रखता,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · विधाता छंद · श्रम 1 194 Share लक्ष्मी सिंह 15 Oct 2019 · 1 min read श्रम ताटंक छंद आधारित मुक्तक गीत ख्वाब उसी के पूरे होते, जो श्रम को अपनाता है। गगन नापने की खातिर निज, पंखों को फैलाता है। बहुत कीमती सपने सारे, कीमत जिसने... Hindi · गीत · लावणी /ताटंक छंद · श्रम 2 182 Share