एक अलग ही दुनिया
एक ..अलग भी .....दुनियाँ बनाई है......... विधाता ने । जैसे ........ पेड़ की फुनगी हों जहाँ केवल चिड़ियाँ बैठ सकती हैं। जैसे......... तितलियों की अनसुनी खिलखिलाहटें बेख़ौफ़ बिंदास खुशियो के...
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