Posts Tag: राजदीप सिंह इन्दा की कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajdeep Singh Inda 8 Sep 2023 · 1 min read दोय चिड़कली बापू सूत्या हा दरवाजै मांय उणां रै मांचै रै पागां पर आसै-पासै बैठ'र दोय चिड़कली चींचाट करै ही बापू री नींद बीडरगी ही बापू गमछै रो फटकारो दियो चिड़कलियां उडगी... Rajasthani · आधुनिक कविता · कविता · चिड़िया · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · राजदीप सिंह इन्दा री रचनावां 1 1 284 Share Rajdeep Singh Inda 6 Mar 2023 · 1 min read मां रा सपना गुमसुम सी रैवै है मां बापू रै जायां पछै ! सूरज उगण सूं पैलां'इज नहा'र ओढ़ लेवै है हळ्कै रंग री ओढ़णी अर लगा लेवै आपरै सूनै माथै पर गंभीरता... Rajasthani · मां · मां बेटा · मां रा सपना · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · स्वप्न 1 1 774 Share Rajdeep Singh Inda 23 Jan 2017 · 1 min read कविता क्या होती है...? कविता क्या होती है.....? इसे नहीं पता,उसे नहीं पता मुझे नहीं पता...........! कहते हैं कविगण- कविता होती है मर्मशील विचारों का शब्द पुँज, कविता होती है साहित्य की पायल, कविता... Hindi · आधुनिक कविता · कविता · कविता क्या होती है · छन्द मुक्त कविता · राजदीप सिंह इन्दा की कविता 2 1 813 Share