Posts Tag: बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़ 2122 2122 2122 212 गिरह रोज़ हम तो हैं सुलाते देके ग़म को थपकियाँ। बेबसी की सिसकियों में गूँजती सी चुप्पियाँ । १) देखकर ख़ामोश लहरें और सागर चुप्पियाँ। आज... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 137 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है गिरह इश्क़ से बढ़कर बताओ क्या सज़ा कुछ और है। जिन्दगी में शायरी हो तो मज़ा कुछ और है । १) साथ तेरे गुनगुनाने का मज़ा कुछ और है ।... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 134 Share Neelam Sharma 7 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे गिरह आपकी तुहमत हमारे आँसुओं में कैद है, गर्दिशों के दौर में हम हँसते मुस्काते रहे। १) क्यों हमारे इश्क़ को वो रोज़ अजमाते रहे। कौन सा है यह चलन... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 3 300 Share