Posts Tag: बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelam Sharma 12 May 2024 · 1 min read बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा मतला अश्क पीने पड़े दर्द छिपाना पड़ा। चेहरे पर मुखौटा लगाना पड़ा। ******** हुस्न-ए-मतला भूल बैठे उसे यूँ जताना पड़ा। झूठ का जाल ही यूँ बिछाना पड़ा। ******** गिरह ज़ख्म... Hindi · ग़ज़ल · बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ 115 Share